
सरकारी क्रय केंद्रों पर गुरुवार से गेहूं खरीद की शुरुआत की जाएगी । इसके लिए जिले में 48 खरीद केंद्र बनाए हैं, जो किसानों से 1975 रुपये प्रति कुंतल न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीद सकेंगे । किसानों को किसी प्रकार की मुश्किल न हो इसका भी ध्यान रखेंगे । साथ ही कोविड नियमों का सख्ती से पालन होगा ।
जिले में 1.23 लाख हेक्टेयर में गेहूं की पैदावार की जाती है। अधिकतर किसान सरकारी क्रय केंद्र पर ही गेहूं बेचते हैं। गेहूं खरीद केंद्रों पर कोई गड़बड़ी नहीं हो इसके लिए शासन गंभीर है। इस बार प्वाइंट आफ सेल मशीन से बायोमैट्रिक होने के बाद ही किसानों द्वारा गेहूं बेचने की व्यवस्था हुयी थी, लेकिन अभी तक मशीन उपलब्ध नहीं की गयी हैं। मशीन की उपलब्धता होने तक मैन्यूअल खरीद हो सकेगी । किसी भी किसान को बैरंग नहीं लौटाया जाएगा। खरीद केंद्र पर व्यवस्थाएं दुरुस्त रखने और आने वाले किसानों के लिए पानी की उपलब्धता रखने के निर्देश भी मिले हैं। जिला खाद विपणन अधिकारी अजय विक्रम ने बताया कि 48 केंद्रों पर खरीद निर्धारित समय पर शुरू करा दी गयी , किसानों को असुविधा न हो इसका भी ध्यान रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि इस बार शासन ने कोई लक्ष्य निर्धारित नहीं हुआ है। गत वर्ष 43 केंद्रों पर खरीद हुई जिसका लक्ष्य 29 हजार मैट्रिक टन था। केंद्रों पर संक्रमण से बचाव् के लिए भी संसाधन उपलब्ध होंगे । साथ ही सभी को मास्क पहनना भी अनिवार्य होगा।